दृष्टिकोण और लक्ष्यों को एकीकृत करने हुई विज़न एमपी@2047 कार्यशाला
भोपाल
“शिक्षा और कौशल विकास” पर केंद्रित एक उच्च स्तरीय कार्यशाला मंगलवार को भोपाल के वल्लभ भवन में विज़न एमपी@2047 पहल के तहत किया गया। उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और विभिन्न हितधारकों ने मध्यप्रदेश में शिक्षा और कौशल विकास के ढांचे को सशक्त बनाने के लिए बदलावकारी रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया। महिला एवं बाल विकास के प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी, सचिव तकनीकी शिक्षा, श्री रघुराम राजेंद्रन, सचिव स्कूल शिक्षा, श्री संजय गोयल, आयुक्त उच्च शिक्षा श्री निशांत वरवड़े और आयुक्त आदिवासी विकास श्री श्रीमन शुक्ला सहित राज्य नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री ऋषि गर्ग, राज्य नीति आयोग और BCG के अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और कौशल विकास के लिए विज़न एमपी@2047 के तहत दृष्टिकोण और लक्ष्यों को एकीकृत करना है। चर्चा की थीम विभिन्न शैक्षणिक स्तरों पर सकल नामांकन अनुपात (GER) में मौजूदा महत्वपूर्ण अंतर को पाटने और जनजातीय एवं ग्रामीण आबादी थी। प्रतिभागियों ने स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों में कौशल-आधारित शिक्षा को एकीकृत करने और मिशन अंकुर और सीएम राइज़ स्कूल जैसी पहलों के माध्यम से बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियों पर भी चर्चा की।
विज़न एमपी@2047 के तहत मध्य प्रदेश को नवाचार और समृद्धि के केंद्र में बदलने पर जोर दिया जाना है। इसका लक्ष्य स्कूलों में सर्वोच्च सकल नामांकन अनुपात (GER) हासिल करना, विश्वस्तरीय अनुसंधान और नवाचार सुविधाएं विकसित करना, और समाज के सभी वर्गों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक समान पहुंच सुनिश्चित करना है। प्रदेश में प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर शिक्षा की डिलीवरी को डिजिटाइज़ करने, और व्यक्तिगत एवं सुलभ शिक्षण अनुभव प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
विजन एमपी@2047 में विभागों को 2 दिसंबर 2024 तक अपनी प्राथमिकताएं और सुझाव साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। अगली कार्यशाला में हस्तक्षेपों को प्राथमिकता देने और इन लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यान्वयन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।