ब्राह्मणों के बाद संतों पर मौर्य का विवादित बयान
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि ‘अगर किसी और धर्म का कोई व्यक्ति किसी का सिर काटने या किसी की जीभ काटने की बात करता है तो उसे आतंकवादी करार दिया जाता है, अगर महंत मेरा सिर काटने और मेरी जीभ काटने की बात कर रहे हैं तो क्या वे आतंकवादी और कसाई नहीं हैं’
श्रीरामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी को लेकर बवाल अभी शांत भी नहीं हुआ है कि पूर्व मंत्री और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने ब्राह्मण समाज के बाद संतों, महंत और धर्माचार्यों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अगर संत-महंत और धर्माचार्य मेरा सिर काटने की बात कर रहे हैं तो क्या वे आतंकवादी और कसाई नहीं।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में कहा है कि ‘अगर किसी और धर्म का कोई व्यक्ति किसी का सिर काटने या किसी की जीभ काटने की बात करता है तो उसे आतंकवादी करार दिया जाता है, अगर महंत मेरा सिर काटने और मेरी जीभ काटने की बात कर रहे हैं तो क्या वे आतंकवादी और कसाई नहीं हैं?
बता दें कि इससे पहले बुधवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने ब्राह्मण समाज पर अभद्र टिप्पणी की थी। प्रदेश में हो रहे विरोध के सवाल पर स्वामी प्रसाद ने कहा था कि सिर्फ जाति विशेष के लोगों द्वारा ही उनका विरोध किया जा रहा है। पंडे, पुजारियों को अपने धंधे पर खतरा दिखाई दे रहा है।
उन्हें इस बात का आभास हो गया है कि मौर्य जी के आह्वान पर अगर दलित, पिछड़े एक हो गए तो यह मंदिर आना बंद कर देंगे, जिससे चढ़ावा और पेट पूजा बंद हो जाएगी। उनका धंधा ठप हो जाएगा। वही पागलों की तरह भौंकने का काम कर रहे हैं। वह वहां एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रायबरेली पहुंचे थे।