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जबलपुर में निजी स्कूलों पर फर्जी किताबों और अवैध फीस को लेकर प्रशासन की जांच जारी

 जबलपुर

मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में निजी स्कूलों की गड़बड़ी पर प्रशासन का शिकंजा और कड़ा होता जा रहा है. रविवार (2 जून) को अभिभावकों द्वारा स्टेमफील्ड स्कूल की नकली किताबों को लेकर की शिकायत की गई.

जिला प्रशासन ने तुरंत छापामार कार्रवाई करते हुए फर्जी आइएसबी नंबर (International Standard Book Number) की कई किताबों को जब्त किया. पुलिस टीम द्वारा भी इस मामले की जांच की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि जांच के बाद स्कूल प्रबंधन पर और धाराएं बढ़ाई जा सकती है.

एसडीएम शिवाली सिंह ने बताया कि विजय नगर स्थित निजी स्कूल स्टेम फील्ड में जिला प्रशासन की टीम ने छापा मारकर अभिभावकों से रविवार को बुलवाई गई करीब 35 किताबों को जब्त किया है. सुबह स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों द्वारा एसएमएस और फोन के माध्यम से इसकी शिकायत की गई, जिसके बाद प्रशासन की टीम स्टेम फील्ड स्कूल विजयनगर पहुंची.

जांच टीम में ये लोग रहे शामिल
जिला प्रशासन की टीम ने जांच में पाया कि स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के छात्रों को किताबें लेकर आने के लिए कहा था. यह भी कहा गया कि बुक पर छात्र और अभिभावक के नाम के साथ कक्षा का जिक्र भी हो. पेरेंट्स द्वारा ये किताबें जमा कराई जा रही हैं और इसके बदले में किताब कब मिलेगी और मिलेगी या नहीं, ये नहीं बताया है? जांच टीम में एसडीएम शिवाली सिंह, डीईओ घनश्याम सोनी सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे.

चल रही है जांच-पड़ताल
स्टेम फील्ड स्कूल द्वारा किताबें जमा कराने के पीछे आशंका व्यक्त की जा रही है कि स्कूल प्रबंधन इनका आईएसबी नंबर चेक करना चाहता था और यदि फर्जीवाड़ा निकलता, तो किताबों को नष्ट कर वैध किताबें पेरेंट्स को दे दी जाती. हालांकि कानूनी तौर पर इस प्रक्रिया को सबूत मिटाने की संज्ञा दी जाती है. ऐसे समय में जब किताबों को लेकर जांच-पड़ताल चल रही है, तब अभिभावकों से किताबें जमा करवाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है.

जांच दल ने मौके पर मौजूद अभिभावकों के बयान दर्ज किए. अभिभावकों ने कहा कि जब स्कूल की ओर से मैसेज आया तो उन्हें भी आश्चर्य हुआ था लेकिन फिर भी वे किताब लेकर स्कूल आ गये. जांच दल ने किताबें भी जब्त की हैं.अब इन किताबों के आईएसबी नंबर की जांच होगी.

अभिभावकों को नहीं आ रहा है समझ में
स्कूल ने अभिभावकों से हिन्दी व्याकरण की सृजन हिन्दी व्याकरण तथा रचना की किताब लेकर आने को कहा था. सभी किताबें कक्षा 6 से 8वीं तक की बताई जा रही हैं. कई अभिभावकों ने इस बारे में पूछा तो टीचर्स ने जवाब दिया कि मैनेजमेंट की ओर से ऐसा करने के लिए कहा गया है. अभिभावकों को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर किताबें जमा कराने की जरूरत क्या है.

51 आरोपियों पर दर्ज है एफआईआर
बता दे कि, जिला प्रशासन ने शहर के 11 प्रमुख निजी स्कूलों की अवैध फीस वसूली और नकली किताबें मिलने पर कार्रवाई करते हुए 51 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इनमें विद्यालय प्रबंधन से सम्बंधित 30 आरोपी हैं, जबकि पुस्तक विक्रय से संबंधित 5 और प्रकाशक से संबंधित 16 आरोपी बनाए गए हैं. इस प्रकार कुल 21 आरोपी तो पुस्तकों से सम्बंधित ही निकले हैं. इन 11 स्कूलों ने लगभग 81 करोड़ 30 लाख रुपयों की अवैध फीस वसूल की थी, जिसे वापस करने 30 दिनों का समय दिया गया है.

दुकान से कागजात जब्त
वहीं,निजी स्कूलों में फीस वृद्धि और कमीशनखोरी मामले में रिमांड पर लिए गये न्यू राधिका बुक पैलेस विजय नगर के संचालक श्री राम इन्दुरख्या और आलोक इन्दुरख्या से लगातार पूछताछ की जा रही है. गोराबाजार पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर उनकी दुकान व कार्यालय पहुंची. इन स्थानों से विभिन्न किताबों के दिए गए सप्लाई ऑर्डर के ब्यौरे से जुड़े दस्तावेज व ऑडिट रिपोर्ट की कॉपी जब्त की गयी. दोनों आरोपियों की पुलिस रिमांड आज सोमवार (3 जून) को खत्म होगी, जिसके बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा.

19 आरोपी भेजे गए जेल
गौरतलब है कि मनमानी फीस वसूली व कमीशनखोरी के मामले में शहर के 9 थानों में 11 एफआईआर दर्ज की गयी थी. इन मामले में पुलिस टीमों द्वारा एक ही समय में छापामारी कर 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था.

गिरफ्तार आरोपी क्राइस्ट चर्च स्कूलों के चेयरमैन अजय उमेश जेम्स, क्राइस्ट चर्च फॉर ब्वॉयज एंड गर्ल्स के प्राचार्य शाजी थॉमस, क्राइस्ट चर्च फॉर बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिविल लाइंस की प्राचार्य एलएम साठे, सदस्य अतुल अनुपम इब्राहिम और एकता पीटर, क्राइस्ट चर्च जबलपुर डायसेशन स्कूल सीएमएस कम्पाउंड के मैनेजर ललित सालोमन, सेंट अलॉयसियस रिमझा के वाइस चेयरमैन इब्राहिम ताज, ज्ञानगंगा आर्किड इंटरनेशनल स्कूल के सचिव भरतेश भारिल,.

इसके अलावा प्राचार्य दीपाली तिवारी, क्राइस्ट चर्च सालीवाड़ा के प्राचार्य क्षितिज जैकब और मैनेजर नीलेश सिंह, चिल्ड्रन बुक डिपो के संचालक शशांक श्रीवास्तव, सूर्यप्रकाश वर्मा, श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल धनवंतरी नगर के एडवाइजर चंद्रशेखर विश्वकर्मा, डायरेक्टर भूपना सीमा और सुषमा श्री समेत लिटिल वर्ल्ड की सीईओ चित्रांगी अय्यर, मैनेजर सुबोध नेमा और प्राचार्य परिधि भार्गव को जेल भेजा जा चुका है.

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