Amritpal: अमृतपाल की पत्नी किरणदीप को लंदन जाने से रोका, पुलिस ने पूछताछ के बाद वापस ससुराल पहुंचाया
भगोड़े खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को विदेश जाने से रोक दिया। वह लंदन की फ्लाइट पकड़ने के लिए सुबह 11:40 बजे श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट राजासांसी (अमृतसर एयरपोर्ट) पहुंची थीं। उन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई 117 में टिकट बुक करवाई थी। फ्लाइट ढाई बजे रवाना होनी थी। सुरक्षा एजेंसियों को जैसे ही भनक लगी कि किरणदीप बाहर जाने वाली हैं, तत्काल उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया।
किरणदीप के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी होने के कारण उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें पूछताछ के इमिग्रेशन कार्यालय ले जाया गया। अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने उनसे लंदन जाने के कारण के बारे में पूछताछ की। उनसे कुछ दस्तावेजों पर अंडर टेकिंग भी ली गई और उसकी यात्रा रद्द करवा कर उन्हें उनके घर जल्लूपुर खेड़ा छोड़ दिया गया। एजेंसियों ने किरणदीप कौर के कुछ दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए है। इस संबंध सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों और अमृतपाल के परिवार ने कुछ नहीं बताया है।
परिवार के सदस्यों से मिलने जा रही थीं
सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने बताया कि किरणदीप अपने परिवार के सदस्यों से मिलने जा रही थी। किरणदीप कौर ने कहा था कि जब उनके खिलाफ भारत में कोई केस नहीं है तो उन्हें क्यों रोका गया है। किरणदीप ने हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर विरोध जताया।
यूके की नागरिक हैं किरणदीप
किरणदीप कौर एनआरआई हैं। उनके पास यूके की नागरिकता है। उनका परिवार मूलरूप में जालंधर जिले के गांव कुलारा का रहने वाला है। उसने अमृतपाल के साथ इसी वर्ष 10 फरवरी को गांव जल्लूपुर खेड़ा के गुरुद्वारा में शादी कर ली थी। कानून के अनुसार किरणदीप कौर 160 दिनों के लिए लगातार भारत में रह सकती हैं। वह शादी से करीब एक वर्ष पहले सोशल मीडिया के माध्यम से ही अमृतपाल के संपर्क में आई थीं। किरण दीप ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उसके दादा 1951 में यूके चले गए थे। तभी से उनका परिवार वहां रह रहा है।
एक माह से फरार अमृतपाल पता नहीं लगा पाई पुलिस
अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार है। उसे आखिरी बार 28 मार्च को होशियारपुर में देखा गया था। वह हुलिया बदल कर अलग-अलग स्थानों में घूम रहा है। उसके कई फोटो और वीडियो सामने आ चुके हैं लेकिन पुलिस अभी तक उसे पकड़ नहीं पाई है। यह भी आशंका है कि वह विदेश भागने की तैयारी में है। अमृतपाल पर छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसके नौ साथियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाकर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था। उससे जुड़े करीब 300 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 250 के लगभग युवाओं को रिहा किया जा चुका है। अमृतपाल को पकड़ने के लिए पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है।
अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार है, जिसके बाद से उसके माता-पिता और पत्नी गांव जल्लूपुर खेड़ा में कड़ी पुलिस सुरक्षा में थे।