श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो में 12 से 15 अप्रैल तक खालसा सजना दिवस और बैसाखी को समर्पित गुरमति कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा वैशाखी को समर्पित गुरमति कार्यक्रम की घोषणा के बाद यह लगभग तय हो गया है कि सरबत खालसा बुलाने की कोई संभावना नहीं है।
बता दें कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से दो अलग-अलग वीडियो जारी कर बैसाखी पर सरबत खालसा बुलाने की अपील की थी। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के निजी सहायक ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने तख्त श्री दमदमा साहिब में बैसाखी के दिन 12 से 15 अप्रैल तक गुरमति समारोह का आयोजन किया है।
उधर, सिख संगठन दल खालसा भी सरबत खालसा बुलाने के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि 2015 के सरबत खालसा के दौरान पंथ में पड़ा बंटवारा अभी खत्म नहीं हुआ है। नया सरबत खालसा बुला कर विवाद और बढे़गा। कुछ दिन पहले अमर उजाला ने भी खुलासा किया था कि अमृतपाल के कहने पर इस बार बैशाखी पर श्री अकाल तख्त साहिब की सरबत खालसा बुलाने की कोई योजना नहीं है।
एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब के सूत्रों के अनुसार जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह कभी अमृतपाल के वीडियो के आधार पर उसके निजी मामले के मुद्दे पर सरबत खालसा नहीं बुलाएंगे और न ही इस संबंध में कोई फैसला लेंगे। पंथक सूत्रों के अनुसार जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतपाल के सरबत खालसा बुलाने की अपील के बाद बहुत से बुद्धजीवियों से बातचीत की थी। किसी भी बुद्धजीवी, सिख चिंतक और विशेषज्ञ ने सरबत खालसा बुलाने की राय नहीं दी है। उधर, अकाली दल के नेताओं ने भी कहा है कि सरबत खालसा अमृतपाल के कहने पर नहीं बुलाया जाना चाहिए, क्योंकि अमृतपाल पंथक के बजाय निजी मुद्दे पर सरबत खालसा बुलाकर खुद अपने आप को सिख कौम का सबसे प्रमुख नेता घोषित करना चाहता है।