समाज सेवा के लिए कार्य करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शहीद भगत सिंह राज युवा पुरस्कार दिए जाते हैं। मगर बीते वर्षों से यह पुरस्कार बंद हो गया था। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिर से पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की थी। जिसके तहत 46 युवाओं यानी कि प्रत्येक जिले से दो-दो युवाओं को अवार्ड देने का दावा किया था।
जिसके शार्टलिस्ट करने के बाद 29 युवा ही इस पर खरे उतरने थे, जिनकी हर तरफ से जांच पड़ताल कराने के साथ-साथ पुलिस वैरीफिकेशन भी करवा ली गई थी, मगर अब दूसरी घोषणा हो गई जिसमें महज छह ही युवाओं को ही अवार्ड मिलेगा। जिससे युवाओं में निराशा भी है, क्योंकि यह अवार्ड केवल 35 वर्ष की आयु तक के युवाओं को ही मिल सकता है।
ऐसे में कई युवाओं के लिए अवार्ड पाने के लिए ये अंतिम वर्ष का ही मौका था। यानी कि इसके बाद अगले साल वे 35 से अधिक के हो जाएंगे। जिस वजह उन्होंने सरकार के दावों पर उंगली उठाई है। शहीद अजीत सिंह नौजवान सोसायटी के प्रधान दीपक महेंद्रू ने कहा कि सरकार की तरफ से शार्टलिस्ट किए गए 29 युवाओं में उनका भी नाम था।
जिसे लेकर उनकी पुलिस वैरीफिकेशन भी हो गई थी। मगर अब सरकार ने केवल छह युवाओं को ही अवार्ड देने की घोषणा कर दी है। उनके लिए यह अंतिम मौका था और उनके जैसे कई ओर भी युवा हैं जो अगले साल 35 साल की उम्र के पार हो जाएंगे। जिस वजह से आगे अवार्ड के लिए आवेदन भी नहीं कर पाएंगे।