अरबपतियों की संख्या 8 फीसदी घटी, भारत में 16 नए बने, अदाणी की संपत्ति में 60 फीसदी की गिरावट
वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती से इस साल जहां दुनियाभर के अरबपतियों की संख्या में 8 फीसदी की कमी आई है, वहीं भारत में 16 नए अरबपति बने हैं। इन 16 में शीर्ष पर राकेश झुनझुनवाला का परिवार है। राकेश के निधन के बाद से उनकी पत्नी इस समय कारोबार संभाल रही हैं।
एम3एम हुरून ग्लोबल अमीरों की सूची के अनुसार, 2023 में पूरी दुनिया में 99 शहरों के 18 उद्योगों से 176 नए अरबपति बने। 2022 में कुल 3,384 अरबपति दुनिया में थे। 2023 में इनकी संख्या घटकर 3,112 रह गई है। ये सभी 69 देशों से हैं और ये 2,356 कंपनियों के मालिक हैं। पांच सालों में भारतीय अमीरों की संपत्ति 360 अरब डॉलर बढ़ी जो हांगकांग की जीडीपी के बराबर है।
60 फीसदी घटकर 53 अरब डॉलर रह गई अदाणी की संपत्ति
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन के जेफ बेजोस की संपत्ति में इस साल 70 अरब डॉलर की गिरावट आई है जो मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी को हुए घाटे से भी ज्यादा है। अदाणी की संपत्ति 28 अरब डॉलर घटकर 53 अरब डॉलर रह गई है। इसमें 60 फीसदी की गिरावट आई है। यानी हर हफ्ते 3,000 करोड़ रुपये घटी है। इससे अमीरों की सूची में वे दूसरे स्थान से गिरकर 23वें पर आ गए हैं। अंबानी की संपत्ति 21 अरब डॉलर घटी है।
- 187 अरबपति भारत में रहते हैं, जबकि भारतीय मूल के कुल 217 अरबपति हैं
- मुंबई, बंगलूरू और नई दिल्ली अमीरों की सूची में दुनिया में शीर्ष 25 में
- 69 नए अरबपति बनने के साथ चीन पहले स्थान पर
- 26 नए अरबपतियों के साथ अमेरिका दूसरे स्थान पर रहा
बेजोस को सबसे ज्यादा नुकसान
नुकसान वाले अरबपतियों में जेफ बेजोस शीर्ष पर हैं और उनकी संपत्ति 118 अरब डॉलर है। जबकि 53 अरब डॉलर की संपत्ति वाले अदाणी छठे और 82 अरब डॉलर वाले अंबानी सातवें स्थान पर हैं।
टेस्ला के एलन मस्क को 48 अरब डॉलर, सर्जी ब्रिन को 44 अरब डॉलर और लैरी पेज को 41 अरब डॉलर का घाटा हुआ है। डीमार्ट के मालिक आरके दमानी की संपत्ति 30% घटी है। वे शीर्ष 100 अमीरों की सूची से बाहर हो गए हैं।