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HOLI: होली में घर जाने की होड़ इतने यात्री चढ़ गए कि ट्रेन हिल ही नहीं सकी बसों में भी मारामारी

होली पर घर जाने के लिए इन दिनों स्टेशन पर ऐसी भीड़ उमड़ रही कि प्लेटफार्म खचाखच भरे रहते हैं। ट्रेनों की स्थिति यह है कि शौचालय तक में बैठकर लोग यात्रा करने को मजबूर हैं। भीड़ इतनी कि जो जहां घुस गया, वहीं फंसकर रह गया। कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पर यही नजारा देखने को मिला। झकरकटी बस अड्डे पर भी भारी भीड़ रही।

रायबरेली, हरदोई, फतेहपुर, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर के यात्री अधिक रहे। दरअसल, इन रूटों के लिए दिन में ट्रेनें नहीं हैं। आम दिनों की अपेक्षा बस अड्डे पर यात्री लोड 30 प्रतिशत अधिक रहा। होलिका दहन मंगलवार को है, ऐसे में सोमवार को यात्री और बढ़ेंगे।

न बाबा न… बाहर निकले तो घुस नहीं पाएंगे

चेन्नई-लखनऊ एक्सप्रेस शाम सात बजे जैसे ही प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंची ट्रेन के जनरल कोच के शौचालय में भी यात्री बैठे नजर आए। इनमें दक्षिण भारत में काम करने वाले अधिकतर प्रवासी मजदूरों की भीड़ रही, जो त्योहार मनाने यूपी आ रहे थे।

बिहार के गया जाने वाली महाबोधि एक्सप्रेस में भीड़ इतनी थी कि जनरल कोच से लोग बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा सके। डर था कि बाहर निकलेंगे तो घुस नहीं पाएंगे।

ऐसे में खान पाने के स्टॉल संचालक गेट के पास ही सामान बेचते रहे। प्लेटफार्म नंबर नौ पर आई कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में घुसे जनरल यात्रियों की वजह से आरक्षित टिकट लेकर सफर करने वाले परेशान रहे। उनकी शिकायत पर पहुंची आरपीएफ ने रिजर्व कोचों से यात्रियों को बाहर निकाला। इससे वह लोग जनरल कोच में घुसे।

ट्रेनों में कीचड़ या पत्थर फेंकने वालों पर नजर

होली के मद्देनजर सेंट्रल स्टेशन पर हाई अलर्ट किया गया है। आरपीएफ और जीआरपी सिपाहियों के अवकाश पर अग्रिम आदेश तक पाबंदी लगा दी गई है। जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने डाग स्क्वॉयड व बम निरोधक दस्तों संग शताब्दी, राजधानी, एनई सहित प्रमुख ट्रेनों की चेकिंग कराई।

आरपीएफ प्रभारी बीपी सिंह, जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी की अगुवाई में सरकुलेटिंग एरिया और प्लेटफार्मों की तलाशी ली। साथ ही पार्सलघर और आरक्षण केंद्र में भी चेकिंग हुई।

होरियारों पर निगाह रखने के लिए 16 टीमें आउटरों और प्लेटफार्म पर तैनात रहेंगी। बीपी सिंह ने बताया कि ये टीमें सोमवार से 13 मार्च तक मुस्तैद रहेंगी। होली पर कीचड़ या पत्थरबाजों पर निगाह रखेंगी। ट्रैक पेट्रोलिंग भी चौबीसों घंटे कराई जाएगी।

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