छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने आज सोमवार को छत्तीसगढ़ का बजट पेश किया। सरकार ने इसे छत्तीसगढ़ के भरोसे का बजट कहा। सरकार ने 1 लाख 12 हजार 708 करोड़ का बजट पेश करते हुए इसे आम जनता की तरक्की, खुशहाली और समृद्धि का बजट बताया है। बजट में सभी वर्गों को साधने की कोशिश की गई है। बजट पर राजधानी रायपुर के लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
4 मेडिकल कॉलेज खोलना स्वागतयोग्य : डॉक्टर मुकेश केशरवानी
डॉक्टर मुकेश केशरवानी ने कहा कि प्रदेश के मनेंद्रगढ़, जांजगीर-चांपा, कवर्धा और गीदम में नए मेडिकल कॉलेज खोलना का कदम स्वागतयोग्य है। यह सरकार का सराहनीय कदम है। सरकार ने इस पर 200 करोड़ का बजट रखा है। प्रदेश में जितने ज्यादा मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। मरीजों को लाभ मिलेगा। वहीं गीदम जैसे नक्सल एरिया में मेडिकल खुलने से लोगों को बहुत ही राहत मिलेगी। डॉक्टर भी दूरस्थ एरिया और गांवों तक पहुंच सकेंगे। उन्हें जगदलपुर, रायपुर या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
केशरवानी ने कहा कि राजधानी रायपुर के डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल में 700 बिस्तर के एकीकृत अस्पताल भवन के लिए 85 करोड़ रुपए का प्रावधानकिया गया है। सुदूर क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट की स्थापना के लिए 5 करोड़ का प्रावधान और डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के लिए सरकार ने 990 करोड़ का बजट रखा है, जो निश्चय ही मील का पत्थर साबित होगा।
बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का फैसला सराहनीय कदम: सुरेश भंसाली
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश भंसाली ने कहा कि ये बहुत ही अच्छा बजट है। शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का सरकार का सराहनीय कदम है। ये बेहतरीन बजट है। इससे व्यवसाय को बहुत ज्यादा फायदा होगा। हर वर्ग को फायदा देने के लिए सरकार ने काम किया है। मेट्रो ट्रेन की पहल स्वागतयोग्य है। किसी ने इस तरफ पहल तो की, अब इसमें समय जरूर लगेगा, लेकिन बन जाने से लोगों को भारी फायदा मिलेगा।
सरकार ने सभी वर्गों का ध्यान रखा : हरख मालू
रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने कहा कि सीएम ने एक अच्छा बजट पेश किया है। यह स्वागतयोग्य बजट है, इसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारी जो लंबित मांग है, रविशंकर यूनिवर्सिटी में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के लेब के लिए अतिरिक्त अनुदान के लिए सरकार जल्द निर्णय लें। चार नए मेडिकल कॉलेज खोलने से मील का पत्थर साबित होगा। वहीं बेरोजगारों को 2500 रुपए बेरोजागारी भत्ता दिए जाने के फैसले पर असमंजस वाली स्थिति बताया। कहा कि काम के हिसाब से भुगतान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये मेरा व्यक्तिगत विचार है।
सीएम अटैची भी नहीं खोल पाते: संजय सिंह
बीजेपी नेता संजय सिंह ने कहा कि बजट पेश करने से पहले यदि सीएम सीएम 36 बिंदुओं को पढ़ लिए होते, तो शायद बजट की अटैची भी नहीं खोल पाते। इन्होंने प्रदेश में सरकार बनाने से पहले 36 बिंदु रखे थे, इस पर तो कोई काम ही नहीं कर पाए। शराबबंदी और बेरोजगारी भत्ता ये सरकार दे नहीं पाई। स्व सहायता समूह का कर्जा तक नहीं माफ कर पाए। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि साढ़े चार साल तक सरकार ने लोगों का शोषण किया है। चुनाव से पहले बेरोजगारी भत्ता याद आ रहा है। सरकार को सत्ता जाते हुए दिख रही है।