अंतर्राष्ट्रीय

जम्मू-कश्मीर: उधमपुर में बीएसएफ की पासिंग आउट परेड, बीस राज्यों के नव आरक्षकों ने ली देश सेवा की शपथ

शपथ के बाद सभी जवानों ने शानदार परेड कर मुख्य मेहमान सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक दिनेश कुमार बूरा को सलामी दी। नव आरक्षकों की शानदार परेड को देखने के बाद सभी तालियां बजाने के लिए मजबूर हो गए।उधमपुर जिले के रौन दोमेल क्षेत्र में स्थित बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र (एटीसी) में शनिवार को दीक्षांत समारोह हुआ। इसमें देश के 20 राज्यों से 147 नव आरक्षकों ने देश की आन, बान और शान की रक्षा की शपथ लेकर खुद को राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित किया।

इस अवसर पर दिनेश कुमार बूरा, महानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल सीमांत मुख्यालय मुख्य मेहमान थे। सुबह करीब साढ़े आठ बजे परेड के निरीक्षण के साथ दीक्षांत समारोह की शुरुआत हुई। इसके बाद सभी नवआरक्षकों ने भारतीय संविधान की शपथ लेकर अपने आप को देश सेवा के लिए समर्पित किया।

शपथ के बाद सभी जवानों ने शानदार परेड कर मुख्य मेहमान को सलामी दी। नव आरक्षकों की शानदार परेड को देखने के बाद सभी तालियां बजाने के लिए मजबूर हो गए। इसके बाद एटीसी में प्रशिक्षण के दौरान शानदार प्रदर्शन करने वाले नव आरक्षकों को मुख्य अतिथि ने मेडल देकर सम्मानित किया।

परेड कमांडर एवं ओवर आल फर्स्ट का पुरस्कार नव आरक्षक हर्ष शर्मा को दिया गया। ओवर आल सेकेंड का पुरस्कार-नव आरक्षक मोहम्मद आरिफ अंसारी, बेस्ट फायर-नव आरक्षक पाटिल वाल्मिक साहब राव और बेस्ट इन पीटी-नव आरक्षक सावंत भावेश अनिल को दिया गया।

मुख्य मेहमान ने नव आरक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज इस प्रशिक्षण केंद्र के 147 नवआरक्षक बैच नंबर 184, जोकि विभिन्न राज्यों से संबंध रखते हैं, 44 सप्ताह का कठिन बुनियादी प्रशिक्षण सफलतापूर्ण प्राप्त कर भारतवर्ष की सीमाओं की रक्षा की जिम्मेवारी सम्भालने के लिए पूर्णरूप से तैयार हैं।

इन नौजवानों के जोश और हौसलों ने परेड के माध्यम से अपनी सैन्य क्षमता व प्रतिभा का जो शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत किया है, वह काबिले तारीफ है तथा सम्पूर्ण देशवासियों को सुरक्षा का यह पैगाम देता है कि भारत माता की आन, बान और शान के लिए ये बहादुर जवान किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम हैं।

ये नौजवान युद्ध कौशल व सैन्य जज्बे से लबरेज, न केवल देश की सीमाओं की हिफाजत करने में सक्षम हैं, बल्कि ये आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा भी पूरे उत्तरदायित्व और जज्बे के साथ निभाने के लिए तैयार हैं।

इस सर्वोत्कृष्ट बल में प्रहरी के रूप में आपका भविष्य चुनौतियों से भरा है। इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए आपको पूरी दृढ़ता एवं समझदारी के साथ स्वयं को परिस्थितियों के अनुरूप ढालते हुए कार्य करना होगा।

आज आप प्रशिक्षण में निपुण हो गये हैं, किंतु राष्ट्र एवं बल के समक्ष मौजूद चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए अनुदेशकों द्वारा दिये गए ज्ञान एवं तकनीक का आपको बुद्धिमता एवं विवेक के साथ उपयोग करना होगा।

दायित्व के निर्वहन के दौरान ऐसे कई अवसर आएंगे जब आपको चुनौतियों एवं खतरों का सामना करते हुए अपने मानसिक एवं शारीरिक साहस का परिचय देना होगा।

आपको सदैव न सिर्फ अपने साथियों एवं अपने उच्च अधिकारियों की आशाओं पर खरा उतरना है बल्कि देशवासियों की उम्मीदों पर भी खरा उतरना है। यह तभी संभव होगा, जब आपके अंदर ईमानदारी, देश भक्ति तथा सत्यनिष्ठा की भावना निरंतर विद्यमान रहे।

20 राज्यों के नव आरक्षकों ने ली शपथ

दीक्षांत समारोह में शपथ लेने वाले उत्तर प्रदेश के 12, राजस्थान के 6, बिहार के 20, पश्चिम बंगाल के 13, झारखंड के 9, महाराष्ट्र के 16, तमिलनाड़ू के 8, पंजाब के 3, आंध्र प्रदेश के 6, नागालैंड के 1, छत्तीसगढ़ के 6, गुजरात के 3, हरियाणा के 4, मध्य प्रदेश के 11, उत्तराखंड के 3, ओडिसा के 14, कर्नाटक के 2, मेघायल के 1, आसाम के 3, केरला के 2, जम्मू-कश्मीर के 1 और तेलंगाना के 3 नव आरक्षक शामिल थे।

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