पत्नी को ठेले पर ले गया अस्पताल, कहा- एंबुलेंस बुलाई, नहीं आई तो ठेले पर ले आया
पन्ना के मोहंद्रा से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलती तस्वीरें सामने आई है। जहां रामनाराय लखेरा की पत्नी उषा लखेरा बीते चार पांच दिन से बीमार थी। मंगलवार के दिन उसकी अचानक ज्यादा तबीयत बिगड़ गई और मुंह से खून आने लगा। जिसके बाद पति ने एंबुलेंस को फोन लगाया।
लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसलिए पति ने हाथ ठेला पर अपनी पत्नी को लिटाया और अस्पताल ले जाने लगा। अस्पताल में कोई व्यवस्था न होने की वजह से बीमार महिला को कटनी रैफर कर दिया है। हालांकि, फिर स्थानीय समाजसेवियों के द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई गई और महिला को कटनी भिजवाया गया।
जानकारी के अनुसार पन्ना जिले मोहंद्रा निवासी रामनारायण लखेरा को पत्नी उषा लखेरा उम्र 30 वर्ष चार दिन से बीमार थी। जिसकी मंगलवार के दिन अचानक तबीयत बिगड़ गई और मुंह से खून की उल्टी करने लगी। जिसके बाद महिला के पति ने तुरंत एंबुलेंस के लिए फोन लगाया लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब एंबुलेंस नहीं पहुंची। और महिला की हालत बिगड़ने लगी तो पति ने अपनी पत्नी को हाथ ठेला में लिटाया। आसपास ले गया।
जहां सरकारी अस्पताल में कोई डॉक्टर न होने को वजह से प्राइवेट क्लिनिक में दिखवाया। लेकिन वहां पर पर डॉक्टर ने महिला की हालत देखते हुए बाहर ले जाने की सलाह दी।जिसके बाद पति काफी देर तक परेशान होता रहा। फिर स्थानीय समाजसेवी मुकेश चौरसिया और कुछ अन्य लोगों ने एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई और पवई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया लेकिन यहां भी डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद कटनी जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। जिसके बाद महिला को एंबुलेंस के माध्यम से कटनी भिजवाया गया।जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
जब बीमार महिला के पति रामनारायण लखेरा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पत्नी को काफी दिनों से तबीयत खराब रहती है। घर में 10 वर्ष एक बेटा और 8 वर्ष की एक बेटी है। हाथ ठेला चलाकर घर का खर्च चलाता हूं। लेकिन मंगलवार को जब पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। एम्बुलेंस को फोन लगाया लेकिन जब एम्बुलेंस नहीं आई तो मैंने अपना हाथ ठेला उठाया पत्नी को लिटाकर अस्पताल ले गया।
उसके बाद स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस से पवई भिजवाया। जिसके बाद कटनी जिला अस्पताल रैफर कर दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने एंबुलेंस में डीजल भरवाने के लिए कहा। जिसके बाद कटनी पहुंंचते ही एंबुलेंस चालक को 1 हजार रुपए डीजल के लिए दिए हैं। वहीं, मामले में पवई बीएमओ डॉ. हरिओम शर्मा ने बताया कि जिले से बाहर रेफर करने पर एम्बुलेंस का शुल्क निर्धारित है। इसलिए लिया गया होगा।