हरियाणा में गन्ने की कीमत 10 रुपये बढ़ी, अब 372 रुपये प्रति क्विंटल होगी, मनोहर लाल ने की घोषणा
हरियाणा में गन्ने के भाव में 10 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। सीएम मनोहर लाल ने इसकी घोषणा की। अब प्रदेश में गन्ने का भाव 372 रुपये प्रति क्विंटल होगा। इससे पहले कृषि मंत्री जेपी दलाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की और 2022-23 के निर्धारण गन्ने के राज्य सुझावित मूल्य पर पुनर्विचार समिति की रिपोर्ट सौंपी। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा समेत तमाम संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
सीएम ने कहा कि पिछले वर्ष हमारा गन्ने का रेट 362 था, चीनी के रेट अभी तक बढ़े नहीं है, केंद्र सरकार ने 305 रुपये एफआरपी घोषित किया। विधानसभा में हमने गन्ने के रेट का सुझाव देने के लिए कृषि मंत्री की अध्यक्षता में बनाने की घोषणा की थी। अब इस वर्ष का गन्ने का रेट 372 रुपये रहेगा। सीएम ने कहा कि अगले साल भी हम गन्ने का रेट बढ़ाएंगे।
सीएम ने कहा कि हमने करनाल और पानीपत मिल की क्षमता बढ़ाई है, हम कोशिश करेंगे कि चीनी की रिकवरी भी बढ़े। हमने शाहाबाद, यमुनानगर में एथेनाल प्लांट , नारायणगढ़ में पावर प्लांट लगाकर मिलों को अपग्रेड किया। सीएम ने गन्ना किसानों से अपील की है कि अपना गन्ना लेकर मिलों में जाए ताकि कल से विधिवत मिल शुरू हो सकें।
उन्होंने कहा कि सरसों की फसल में सर्दी की वजह से नुकसान हुआ है, पांच तारीख से हम इसकी रेगुलर गिरदावरी कराएंगे। पटवारियों का पे स्केल एक ग्रेड अपग्रेड कर 32100 किया गया है।
यूपी में सिर्फ 350 रुपये क्विंटल है भाव
हरियाणा में तो सरकार ने गन्ने का भाव बढ़ाने के लिए कमेटी गठित करने का एलान कर दिया है. लेकिन, यूपी में अब तक इसे लेकर कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है. यूपी के किसान महंगाई को देखते हुए गन्ने का भाव 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं. यहां पर अभी सबसे कम सिर्फ 350 रुपये क्विंटल भाव है. किसानों को उम्मीद है कि हरियाणा में दाम बढ़ने के बाद यूपी में भी सरकार कुछ न कुछ करेगी. क्योंकि सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक यही है. यूपी में पिछले साल सरकार ने 25 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया था.
किसान शक्ति संघ के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह का कहना है कि इस वक्त खेती की लागत इतनी बढ़ गई है कि 400 रुपये से कम दाम पर गन्ना उत्पादक किसान को फायदा नहीं होगा. अगर पंजाब सरकार अपने किसानों के लिए दाम बढ़ा सकती है, हरियाणा में इसकी तैयारी हो सकती है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं. केंद्र द्वारा गन्ने का एफआरपी (उचित और लाभकारी मूल्य) बढ़ाने और पंजाब के दांव के बाद अब यूपी के किसान भी दाम में वृद्धि चाहते हैं.
एफआरपी भी बढ़ चुकी है
केंद्र सरकार ने अक्टूबर से शुरू हुए गन्ना सीजन 2022-23 के लिए पहले ही एफआरपी में 15 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि कर दी थी. इसके बाद चीनी मिलों द्वारा दिए जाने वाला गन्ने का न्यूनतम दाम 305 रुपए प्रति क्विंटल हो चुका है. लेकिन यह दाम 10.25 परसेंट चीनी रिकवरी पर मिलता है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में एफआरपी से अलग अपनी कीमत तय होती है. जिसे स्टेट एडवायजरी प्राइस (एसएपी) कहते हैं.