केंद्रीय मंत्री गडकरी का बड़ा ऐलान, अयोध्या से जुड़ेगी रामराजा सरकार की नगरी ओरछा, काशी और उज्जैन जैसा होगा विकास
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रामराजा सरकार की नगरी ओरछा को राम जन्मभूमि अयोध्या से जोड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, तो उसके अनुसार सड़कें भी बनाई जाएगी। मैं घोषणा करता हूं कि ओरछा को भी अयोध्या से जोड़ा जाएगा।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि 4 हजार करोड़ की लागत से 84 कोशी पथ बनाया जा रहा है। आसपास की सभी प्रमुख सड़कों को जोड़ा जाएगा। पैदल पथ पर कालीन की तरह हरी घास लगाई जाएगी। ओरछा के आसपास के सभी मार्गों को बनाने के वक्त प्रभु श्रीरामचंद्र जी का इतिहास भी तस्वीरों के माध्यम से दिखाया जाएगा।
ओरछा और पीताम्बरी पीठ में लाखों लोगों की आवाजाही को देखते हुए भूमि अधिग्रहित कर यात्रियों के लिए फूड मॉल बनाएं जाएंगे और यहां के सभी तीर्थ स्थलों की सड़कों के आसपास सुंदर घास युक्त फुटपाथ बनाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि बुंदेलखंड की धरती और राजाराम की नगरी ओरछा में आने का मौका मिला। ओरछा और चित्रकुट को अन्य शहरों से जोड़ने के लिए करीब 70 हजार करोड़ के रोड के काम कर रहे हैं।
राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे प्राण हैं: CM शिवराज
ओरछा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा आज तक ऐसा हजारों करोड़ों की सड़कों का लोकार्पण और शिलान्यास नहीं देखा। आज देश में कुछ लोग ऐसे हो गए हैं जो भगवान राम और तुलसीदास के बारे में भी ऐसी-वैसी बातें बोलते हैं। भगवान राम हमारे अस्तित्व हैं, राम हमारे प्राण हैं, राम हमारे रोम-रोम में हैं, और हमारी हर सांस में बसे हैं। मुख्यमंत्री ने भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी यात्राओं से भारत जुड़ेगा क्याअगर भारत कोई जोड़ रहा है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नितिन गडकरी भारत जोड़ रहे हैं। भारत शानदार सड़कों की कनेक्टीविटी से जुड़ रहा है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमने पहले भी सड़कें देखी थी, खजुराहो जब कोई जाता था तो हड्डी पसली टूट जाती थी। लेकिन, आज किसी का भी पेट का पानी नहीं हिलता। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो महीने में निवाड़ी जिले के हर घर में नल से पानी पहुंचा दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उज्जैन और बनारस की तर्ज पर ओरछा रामराजा मंदिर के इलाके को विकसित किया जाएगा।
सड़कों से पूरे बुंदेलखंड में बेहतर कनेक्टिविटी होगी :CM शिवराज सिंह
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे ही ओरछा पहुंचे, उन्होंने मीडिया से चर्चा की और कहा कि 6 हजार 800 करोड़ की लागत की सड़कें बुंदेलखंड को मिलने वाली है। ये सौगातों की बौछार हैं, बल्कि बौछार नहीं घनघोर सौगातें हैं। इन सड़कों के बनने से पूरे बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनका अभार व्यक्त किया है, और कहा कि पूरे बुंदेलखंड में सड़कों का जाल होगा या जल जीवन मिशन की बात हो, या हर खेत में सिंचाई के लिए केन और बेतवा की सौगात हो…सभी भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ही दी है, और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।
ओरछा की धरती प्रेम और भक्ति की आदर्श भूमि: प्रहृलाद पटेल
राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि ओरछा की धरती प्रेम और भक्ति वो आदर्श भूमि है जिस प्रेम और भक्ति ने भगवान को ओरछा में लाकर विराजमान किया है। पहले जब बुंदेलखंड की चर्चा होती तो पलायन और भूखमरी की चर्चा होती थी। बुंदेलखंड में इतनी विरासत है कि देश के किसी हिस्से में नहीं मिलेगी, हमारे साथ शायद कुछ छल हुआ था जो अब समाप्त हो गया है।
आज हम विकास के मार्ग है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश् के 100 प्रतिशत जिले आज राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाएंगे। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कुमार ने जनता को सम्बोधित किया। सम्बोधन के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रिमोट का बटन दबाकर 18 सड़क परियोजनाओं का ई-भूमि पूजन व लोकार्पण किया।
गडकरी को भेंट किया रामराजा का दरबार
इस अवसर पर एक लघु फिल्म का भी विमोचन किया गया। इस लघु फिल्म में बताया गया कि नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलकर जो पूरे देश में सड़कों और राजमार्गों से जुड़ी उपलब्धियां बताई गई। लघु फिल्म में ओरछा में लोकार्पण और शिलान्यास होने वाली विभिन्न परियोजनाओं का भी जिक्र किया गया है। इसके साथ-साथ आवागमन कैसे सुगम होगा उसके बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कन्याओं के पूजन से हुई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नितिन गडकरी को पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया, और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कुमार ने नितिन गडकरी को शॉल और भगवान रामराज सरकार का दरबार भेंट किया। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी पौधा, शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इस सबमें खास बात यह रही कि नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भगवान राजाराम सरकार की प्रतिमा भेंट की है।
हम गडकरी को कल्पवृक्ष कामधेनु नाम से बुलाते हैं: मंत्री भार्गव
मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हम गडकरी जी को कल्पवृक्ष, कामधेनु कई नाम से बुलाते हैं। हमारी बुंदेलखंड की धरती वीरों की धरती है। यह वीरांगना लक्ष्मी बाई और वीर छत्रसाल की धरती है। ऐसे अनेको वीर बुंदेलखंड में जन्मे जीन पर कई बड़े-बड़े ग्रंथ, गीत और कहानियां लिखी गई।
उन्होंने कहा कालांतर में आजादी के बाद दूसरी पार्टी की सरकार होने से बुंदेलखंड लगातार पिछड़ता रहा। इसके पीछे एक कारण यह था कि जिस पार्टी की सरकारें केंद्र और राज्य में थी उनके मन में ललक नहीं थी कि बुंदेलखंड भी आगे बढ़े। देश के दूसरे राज्य प्रगति करते गए लेकिन हमारा बुंदेलखंड लगातार पिछड़ता रहा।
उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी की वजह से आज पुलो और फ्लाई ओवर का लोकार्पण हो गया। उन्होंने मंच से मुख्यमंत्री के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने विभागीय लेखा जोखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि आजादी के बाद 2014 तक मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या कुल 4 हजार 771 किलोमीटर थी। उन्होंने कहा 1947 में देश आजाद हुआ उससे 2014 तक 60 साल से भी अधिक समय हो गया, लेकिन इस बुंदेलखंड की तरफ किसी ने नजर नहीं डाली।
लेकिन आज हमारे राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 9 हजार 315 किलोमीटर हो गई है। यानी कांग्रेस 70 साल के शासन काल में जितनी सड़कें बनी थी उतनी नितिन गडकरी की मेहनत से 6 साल में बन गई। इस दौरान उन्होंने राज्य की अपेक्षाओं को लेकर भी आग्रह किया है। उन्होंने 2022-23 की वार्षिक एकमुश्त निवेश योजना में 26 कार्य जिनकी राशि 307 करोड़ की स्वीकृति का भी अनुरोध किया है। इसके अलावा अन्य कई योजनाओं की राशियों को लेकर भी स्वीकृति का अनुरोध किया है।
साड़ी व्यवसायी दिलीप जैन की पुलिस से बहस
बुंदेलखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग के शिलान्यास समारोह के दौरान बैठने को लेकर पृथ्वीपुर निवासी साड़ी व्यवसायी दिलीप जैन की पुलिस से जमकर बहस हो गई। इस दौरान हाथापाई की नौबत तक गई। गौरतलब है की दिलीप जैन योगी जी तरह साधु भेष में रहते हैं और उन्हें भाजपा के कार्यक्रमों में जाना पसंद है। जिस वक्त यह विवाद हुआ उस दौरान मंच पर कोई बड़ा नेता नहीं था।