सरकार ने कोविड वैक्सीन पर रिपोर्ट्स के दावों को किया खारिज, कहा इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है जिनमें दावा किया गया है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के अधिकारियों ने कोविड-19 टीकों से कई दुष्प्रभाव होने की बात को स्वीकार किया है। मंत्रालय ने कहा कि इन रिपोर्ट्स में गलत जानकारी दी गई है।
दरअसल, हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में आरटीआई के जवाब का हवाला देते हुए दावा किया गया था कि आईसीएमआर और सीडीएससीओ के अधिकारियों ने कोविड-19 टीकों के दुष्प्रभावों को स्वीकार किया है, जिसमें उनके दुष्प्रभावों की अधिकता का हवाला दिया गया है।
मंत्रालय ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, यह स्पष्ट किया जाता है कि न्यूज रिपोर्ट गलत है और गलत जानकारी प्रदान करती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आईसीएमआर ने आरटीआई के जवाब में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) और स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिष्ठित वेबसाइट्स के लिंक प्रदान किए हैं, जहां विभिन्न कोविड-19 टीकों पर संकलित वैश्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
बयान में आगे कहा गया, जैसा कि अन्य सभी टीकों के मामले में होता है, जिन्हें विभिन्न कोविड टीकों के साथ लगाया जाता, वे हल्के लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं, जैसे दर्द, सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, अस्वस्थता, पायरेक्सिया, ठंड लगना, जोड़ों का दर्द आदि। हालांकि, कुछ व्यक्ति हो सकते हैं जो गंभीर प्रतिकूल घटनाओं का अनुभव करें।
वैश्विक शोध अध्ययनों से पता चलता है कि कोविड-19 टीकाकरण ने अस्पताल में लोगों की भर्ती और कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों को रोककर रोग की गंभीरता को कम करने में मदद की है और टीकों के लाभ किसी भी प्रतिकूल प्रभाव से अधिक हैं। भारत में एनटीएजीआई (टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह) ने समय-समय पर देश में इस्तेमाल किए जाने वाले कोविड टीकों के लाभों और दुष्प्रभावों की समीक्षा की और निष्कर्षों का समर्थन किया है।
इसके अलावा सीडीएससीओ ने आरटीआई के जवाब में कहा कि राष्ट्रीय औषधि महानियंत्रक द्वारा अनुमोदित कोविड-19 टीकों की सूची वेबसाइट पर उपलब्ध है। सीडीएससीओ ने यह भी बताया कि उसके पास इस विषय पर कोई अन्य जानकारी नहीं है।